भारत में सभी धर्मो के पाच धार्मिक स्थल जिनमे ओरतो के जाने पर है पाबंदी
भारत भावनाओ का देश माना जाता है | खा जाता है जितनी पूजा और भगवान में आस्था भारतीय लोग ज्यादा रखता है | परन्तु भारत के कुछ पूजा स्थल पर मान्यता है यहाँ ओरतो के जाने पर पाबंदी है | माना जाता है दुनिया का हर इंसान भगवान की सन्तान है चाहे वो ओरत हो या मर्द फिर इन मन्दिर में ओरत के जाने पर पाबंदी क्यों है | आज हम आप को ऐसे पाच मंदिर बताने वाले है जहाँ ओरतो के जाने पर पाबंदी है |
पद्मनाभस्वामी मंदिर -पद्मनाभस्वामी मंदिर केरल के ही नही दुनिया के सबसे बड़े मन्दिर में से एक है | यह मंदिर भारत का सबसे अमीर मन्दिर में पहले नंबर पर आता है | इस मन्दिर की भी यह एक अजीब परम्परा है | इस मंदिर में ओरत के जाने पर प्रतिबंध है | पद्मनाभस्वामी मंदिर भारत के केरल राज्य के तिरुअनंतपुरम में स्थित है | पद्मनाभस्वामी मंदिर विष्णु जी का मन्दिर है यहाँ विष्णु जी की प्रतिमा प्राप्त हुई थी | उसके बाद यहाँ विष्णु जी का मन्दिर बना दिया गया |
सबरीमला श्री अयप्पा मन्दिर -सबरीमला श्री अयप्पा मन्दिर भी केरल की पवित्र धरा पर स्तिथ केरल के सबसे प्राचीन मन्दिर में से एक है | यह मंदिर 18 पहाड़ियों के बीच में स्थित एक धाम में है | इस मंदिर के पट साल में दो बार खोले जाते हैं: 15 नवंबर और 14 जनवरी। मकर संक्रांति और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के संयोग के दिन, पंचमी तिथि और वृश्चिक लग्न के संयोग के समय ही श्री अयप्पन का जन्म माना जाता है। यहाँ दूर दूर से श्रद्धालु आकर अपनी मनोकामना को पूरा करते है | और मान जाता है | लोग यहाँ दर्शन के लिए आते हैं उनकी मनोकामना श्री हरी अवस्य ही पूरी करते है | मन्दिर 10 सालकी लडकी से लेकर 50 साल की ओरत के जाने पर प्रतिबंध है |
मुक्तागिरी जैन मंदिर -मुक्तागिरी तीर्थ मध्यप्रदेश की पवित्र भूमि पर बड़ा ही सुंदर मन्दिर है | यह जैन धर्म का बड़ा ही पवित्र और माना जाने वाला मन्दिर है | सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला के बीच हरे-भरे जंगलों में बसा है यह स्थल। बताया जाता है कि यहीं से साढ़े तीन करोड़ मुनिराज मोक्ष को प्राप्त कर चुके हैं। माना जाता है यहाँ केसर और चन्दन की बारिश होती है | माना जाता है यहाँ मन्दिर के अंदर ओरतो के जाने पर पूर्णतया प्रतिबंध लगया है |
हाजी अली दरगाह -हाजी अली दरगाह मुबई में स्तिथ है | इस दरगाह पर सभी धर्मो के लोग आते है | और अपनी मन्नत को मागते है और मन्नत पूरी भी हो जाती है | दरगाह पर भारत से ही नहीं यहाँ लोग विश्व भर से आते है | दरगाह मुम्बई के वरली नाम के समुद्र तट पर स्थित है | माना जाता है मंदिर के दरगाह परिसर में ओरतो का जाना प्रतिबंध है | दरगाह साइन बोर्ड का यह भी कहना है की इस्लाम शरियत के अनुसार किसी भी पवित्र दरगाह पर ओरतो का जाना शुभ नहीं माना जाता और इसलिए ही दरगाह पर ओरतो का पूर्ण प्रतिबंध है |
हजरत निज़ामुद्दीन औलिया की दरगाह -हजरत निज़ामुद्दीन औलिया की दरगाह भारत की राजधानी दिल्ली में स्तिथ है | माना जाता है की यहाँ सूफी काल का पवित्र दरगाह है | माना जाता है की मुस्लिम गुरु हजरत निज़ामुद्दीन चिश्ती जो इ मुस्लिम समुदाय के चोथे संत थे | यह उनका दरगाह है और दरगाह परिसर में पुराने समय से ही ओरतो के जाने पर मुख्य रूप से पाबंधी है |
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