Mangal Rekha - मंगल रेखा यह रेखा हमारे हाथ में निम्न मंगल छेत्र या जीवन रेखा के प्रारंभिक भाग से निकलती है । कुछ जातको के हाथ में मंगल रेखा जीवन रेखा के साथ साथ चलती है जबकि कुछ हाथ में यह रेखा सुक्र पर्वत पर जाती है ।हाथ में यह रेखा इन दो अवस्था में देखि गयी है । ये रेखाये हाथ में एक या एक से अधिक हो सकती है । हाथ में ये रेखाये मोटी , पतली , गहरी , अवस्था में देखि जा सकती है । परंतु हमेसा मंगल रेखा का प्रारंभ मंगल पर्वत से ही होगा इसलिए इस रेखा को मंगल की रेखा कहते है । * जिन जातकों के हाथ में ये रेखाये होती है वे जातक अत्यंत प्रभावसाली और त्रीव बुद्धि के होते है । हर कार्य को सोच समझ कर करने के गुण इनमे भली प्रकार से देखे जा सकते है । ये जातक समाज में बुद्धिजीवी कहे जाते है । जिस कार्य को ये सोच लेते है उस कार्य को पूरा किये बिना नही हटते । इस तरह के जातक पूर्णत विश्वाश पात्र होते है । शारीरिक दृष्टि से ये हस्ट पुष्ट होते है । गुसा भी इन जातको में नाम मात्र का होता है । * जिन जातको की मंगल रेखा शुक्र पर्वत पर जाती है वे जातक हमेसा लापरवाह होते है इनका स्वभाव चिड़चिड़ा होता है ।
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